वादी: सा
संवादी: प
थाट: BILAWAL
आरोह: सारेग मग प म॓प गमरेग प निधनिसां
अवरोह: सांनिधप म॓पगमगरे गरेसा
पकड़: सारेग मग प म॓प गमगरे गरेसा
रागांग: पूर्वांग
जाति: SAMPURN-SAMPURN
समय: दिन का प्रथम प्रहर
विशेष: देवगिरि बिलावल से बचने के लिए म॓प गम रेगरेसा का बार-बार प्रयोग होना चाहिए। आरोह में म॓ और अवरोह में म का प्रयोग होता है।
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