Indian Classical Music
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Thursday, April 23, 2020
राग पीलू का परिचय
वादी:
ग॒
संवादी:
नि
थाट:
KAFI
आरोह:
ऩिसागमपनि
अवरोह:
सांनि॒धपग॒ रेसा
पकड़:
ऩिसाग॒ ऩिसा प़ध़॒ऩिसा
रागांग:
पूर्वांग
जाति:
AUDAV-SAMPURN
समय:
दिन का तृतीय प्रहर
विशेष:
सप्तक के बारहो स्वरों का प्रयोग होता है। उभय ऋषभ गन्धार निषाद का उपयोग।
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