Indian Classical Music
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Monday, April 27, 2020
राग बिहाग का परिचय
वादी:
ग
संवादी:
नि
थाट:
BILAWAL
आरोह:
ऩिसागमपनिसां
अवरोह:
सांनिधप म॓पगमग रेसा
पकड़:
पम॓गमग रेसा
रागांग:
उत्तरांग
जाति:
AUDAV-SAMPURN
समय:
रात्रि का प्रथम प्रहर
विशेष:
सदृश- यमन कल्याण। तीनो सप्तक में चलन। विवादी-म॓; वर्जित- आरोह में रे ध;
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