राग कामोद का परिचय
वादी: प
संवादी: रे
थाट: KALYAN
आरोह: सारेप म॓पधप निधसां
अवरोह: सांनिधप म॓पधप गमपगमरेसा
पकड़: मरेप गमधप
रागांग: पूर्वांग
जाति: SAMPURN-SAMPURN
समय: रात्रि का प्रथम प्रहर
विशेष: तीव्र मध्यम एवं कोमल निषाद का प्रयोग वक्र रूप से अवरोह में होता है। जैसे म॓पधनि॒धपम॓पगमपगमरेसा
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