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Friday, April 24, 2020

राग केदार का परिचय

वादी: 
संवादी: सा
थाट: KALYAN
आरोह: साम मप धप निध सां
अवरोह: सां निधप म॓पधपम रेसा
पकड़: साम मप धपम रेसा
रागांग: उत्तरांग
जाति: AUDAV-SHADAV
समय: रात्रि का प्रथम प्रहर
विशेष: कभी-कभी दोनो मध्यम का प्रयोग मींड द्वारा किया जाना अच्छा लगता है।

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