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Friday, April 24, 2020

श्रुति की परिभाषा

नित्यम् गितोपयोगित्वंभिज्ञेयत्वमप्युत। 
लक्ष्यविद्भिः समादिष्टं पर्याप्तं श्रुतिलक्ष्नम्।।  

जो सदा संगितोपयोगी तथा स्पष्ट पहचानने योग्य हो उसको हिन् गुणीजन श्रुति कहते हैं।  संगीत शास्त्रकारों ने संगीतोपयोगी नाद से अपने उपयोग के लिए निम्नलिखित बाइस श्रुतियों का चुनाव किया है:-

  1. तीव्रा
  2. कुमुद्वती 
  3. मंदा 
  4. छंदोवती 
  5. दयावती 
  6. रंजनी 
  7. रक्तिका 
  8. रौद्री 
  9. क्रोधी 
  10. वज्रिका 
  11. प्रसारिणी 
  12. प्रीति 
  13. माजनी 
  14. क्षिति 
  15. रक्ता 
  16. संदीपनी 
  17. आलापिनी 
  18. मदन्ती 
  19. रोहिणी 
  20. रम्या 
  21. उग्रा 
  22. क्षोभिणी