राग भूपाली का परिचय
वादी: ग
संवादी: ध
थाट: KALYAN
आरोह: सारेगपधसां
अवरोह: सांधपगरेसा
पकड़: गरेसाध़सारेगपगधपगरेगप़ध़सारेग
रागांग: पूर्वांग
जाति: AUDAV-AUDAV
समय: रात्रि का प्रथम प्रहर
- हम तुमसे न कुछ कह पाये - जिद्दी
- ज्योति कलश छलके - भाभी की चुड़ियाँ
- कांची रे कांची रे - हरे रामा हरे कृष्णा
- पंछी बनूं उड़ती फिरूं - चोरी चोरी
- पंख होती तो उड़ आती रे - सेहरा
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