इसकी क्रियात्मक परीक्षा ७० अंको कि होगी।
१. ७ शुद्ध और ५ विकृत स्वरों को गाने का अभ्यास।२. अल्हैया बिलावल, ,यमन , खमाज और भूपाली रागों में एक-एक छोटा ख्याल एवं दो सरल तान।
३. पञ्च सरल अलंकारों का अभ्यास (विलम्बित तथा मध्य-लयों में)
४. दादरा कहरवा में तीनताल के ठेकों को ताली देते हुए ठाह कि लय में बोलना।
शास्त्र मौखिक परीक्षा ३० अंकों की होगी।
निम्नलिखित शब्दों कि परिभाषा एवं उनका ज्ञान।ध्वनि, नाद, स्वर, चल-स्वर, अचल-स्वर, शुद्ध स्वर, एवं विकृत स्वर, आरोह, अवरोह, वादी, संवादी,लय, मात्रा, ताली सम एवं आवर्तन।
Please upload 1st and 2nd year syllabus.
ReplyDeleteCould you help me in riyaaz by uploading raags detail
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