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Saturday, January 25, 2020

राग बिलावल का परिचय

वादी: 
संवादी: 
थाट: BILAWAL
आरोह: सारेगमपधनिसां
अवरोह: सांनिधपमगरेसा
पकड़: गरे गपधनिसां
रागांग: उत्तरांग
जाति: SAMPURN-SAMPURN
समय: दिन का प्रथम प्रहर
विशेष: आरोह में म का कम उपयोग होता है।


  1. कैसे 

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